अयोध्यापती "श्रीराम" सद्‌गुरु श्री अनिरुद्ध बापू के कर्ता गुरु है।

Wednesday, 9 July 2014

Discourse on Ram Raksha By Aniruddha Bapu (Video Clipping)

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रामरक्षेवरील प्रवचनांमध्ये श्रीअनिरुद्ध बापुंनी सहजसोप्या भाषेत रामरक्षेची गरिमा सांगितली. रामरक्षेच्या सुरुवातीसच ’अस्य श्री रामरक्षा स्तोत्रमन्त्रस्य’ हे शब्द येतात. बुधकौशिक ऋषिंद्वारे विरचित अशा या रामरक्षेला `स्तोत्रमन्त्र’  (Raam-Rakshaa-Stotra-Mantra) असे का म्हणतात, याबाबत परम पूज्य सद्‌गुरु श्री अनिरुद्ध बापुंनी गुरूवार दिनांक १४ ऑक्टोबर २००४ रोजीच्या प्रवचनात मार्गदर्शन केले, जे आपण या व्हिडियोत पाहू शकता. (संदर्भ: सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापुंचे रामरक्षेवरील पहिले प्रवचन)  
Original Source: http://aniruddhafriend-samirsinh.com/raam-rakshaa-stotra-mantra/








Ramraksha Stotra Pravachan
Ramraksha Stotra Pravachan
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Wednesday, 28 May 2014

Monday, 12 May 2014

Event Tali Bhraran Video

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Talibharan Event on Ramnamvami
Talibharan Event on Ramnamvami




Wonderful "Talibharan" event of Shree Ramnavami Utsav celebrate by Shree Aniruddha Upasana Foundation

Talibharan - When one performs Talibahran, one gets as much blessings as one would get after feeding 5 hungry souls. Similarly, the Prasad (Communion) is the most sought after among the nine types of Prasad (Communions). The participation in this event also is equally important.

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Monday, 28 April 2014

Monday, 14 April 2014

रामनवमी २०१४ फोटो - आद्य पिपा कक्ष, साई सत पूजन, महाआरती

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महाआरती करते हुए मृणालवीरा और गणपतीसिंह देसाई, आशुतोषसिंह और राखीवीरा वैद्य, शिरिषसिंह आउर प्राचीवीरा पुराणीक, मीनाक्षीवीरा और भास्करसिंह भोंसळे, निशावीरा और कोमलसिंह राजपूत, श्रीमती और श्रीमान राजेश सरैय्या


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चरखा वस्त्र योजना के काऊंटरपर रामनवमी के दिन लडी जमा की जा रही थी

गणपती की इको फ्रेंडली मुर्तीयों को निहारते हुए अनिरुद्ध बापू

अखंड साई राम जप करते हुए अनिरुद्ध बापू, सुचितदादा और नंदाई...
परमेश्वरसिंह सुवर्णा,अजयसिंह भिसे, निनादसिंह घोलकर, रेणूवीरा सिंग, इंदुमतिवीरा शेंडगे, सुनितावीरा कंरडे इन श्रद्धावानो को बापू, आई, दादाने अबीर तिलक लगाया।

आद्य पिपा कक्ष में साईसतचरित्र पठण करते हुए श्रद्धावान और इस पठण का आनंद लेते हुए अनिरुद्ध बापू
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साई सत पूजन करते हुए आदेशसिंह और शर्मिलावीरा कोटेणकर और श्रीमती और श्रीमान मोहिले 


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                                       दत्तगुरू की महाआरती करते हुए अनिरुद्ध बापू




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Thursday, 10 April 2014

रामनवमी २०१४ फोटो - औक्षण

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रामनवमी २०१४ का उत्सव बडे उत्साह के साथ मनाया गया। रेणूकामाँ के आल्हाददायी पूजनसे, रामजन्म के मनोहरी विधि के साथ सभी पूजन विधियों में श्रद्धावान बड़ी ही अात्मीयतासे सहभागी हुए।  इस रामनवमी उत्सव के कुछ यादगार पल हम देखनेवाले है।



रेणूकामाता के आगमन दौरान श्रीमती सोनालीवीरा और श्रीमान डॉ. सुहाससिंह घोलकर, श्रीमती पूनमवीरा और श्रीमान कपिलसिंह बोडके इन्हे औक्षण का सुअवसर प्राप्त हुआ ।

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सदगुरु श्री अनिरुद्ध बापू का आगमन लगभग दोपहर के १२. १५ पर हुआ। आगमन के शुरुआत में बापू का औक्षण किया गया। श्रीमती बीनावीरा और श्रीमान प्रदिप सायंगावकर, श्रीमती आशावीरा और श्रीमान विश्वनाथसिंह बडकर, श्रीमती शुभावीरा और श्रीपादसिंह म्हात्रे, श्रीमती भारतीवीरा और शेशगिरिसिंह शेट्टी, श्रीमती रीतुवीरा चौहान, सुखदावीरा वैद्य, ज्योत्स्नावीरा शर्मा इन सब को इस साल औक्षण का सुअवसर प्राप्त हुआ था।


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Monday, 7 April 2014

Photos of Raam Navami Utsav 2004

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सद्गुरु श्री अनिरुद्ध उपासना ट्रस्टद्वारा आयोजित रामनवमी उत्सव २००३ के कुछ यादगार पल....

bapu-making-handiprasad
बापू हंडी प्रसाद बनाते हुए 

Dindi-Yatra
दिंडी यात्रा में सहभागी श्रद्धावान 

परमपूज्य बापू  का आगमन 

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परमपूज्य बापू जी का आगमन 


Handi Prasad
हंडी प्रसाद 



Sadguru Darshan
भक्तो को दर्शन देते हुए अनिरुद्ध बापू


Aniruddha Bapu
 अनिरुद्ध बापू






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Saturday, 5 April 2014

Talibharan by Aniruddha Bapu

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Talibharan Video


तलीभरण : 


रामनवमी के दिन तलीभरन किया जाता है। इस तलीभरन का प्रारंभ श्री अनिरुद्ध बापू करते हैं। अनेकविध वाद्य और ’श्री साईराम जप’ करते हुए यह विधि संपन्न होती है। जो यह तलिभरन विधि में शामिल होता है उसे पॉंच भूखें लोगोंको खाना खिलाने का पुण्य प्राप्त होता है। इसका प्रसाद सभी नौ प्रकार के प्रसादोंमें श्रेष्ठ माना जाता है। इस विधि में सहभागी होना अत्यंत महत्वपूर्ण है।



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Friday, 4 April 2014

Handi Prasad Preparation By Aniruddha Bapu

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Aniruddha Sai handi Prasad
handi Prasad video

श्री अनिरुद्ध हंडी प्रसाद: 
इस पवित्र पावन दिवसपर, हर एक श्रद्धावान सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू के शुभ हाथोंसे पावन हुआ हंडी प्रसाद का लाभ ले सकते है। यह बनाते समय, बापू स्वयं इस हंडीमे आवश्यक सामग्री डालकर उसे चलातें हैं। यही इस प्रसाद की खासियत है। यह हंडी प्रसाद हर एक को ’श्री साईसच्चरित’ मे वर्णित हंडी प्रसाद की याद दिलाता है। इस प्रसाद का स्वाद एकमेव अद्वितीय और अवर्णनीय होता है। हर एक भक्त जाने से पहले यह प्रसाद अवश्य ग्रहण करके जाता है।

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Thursday, 3 April 2014

रामजन्माच्या वेळेस वापरण्यात येणार्‍या पाळण्याचे महत्त्व

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Palana of Aniruddha Bapu
सदगुरु श्री अनिरुद्ध बापू ज्या पाळण्यात वाढले तोच हा अनिरुद्ध बापूंचा पाळणा

१८ नोव्हेंबर १९५६ त्रिपुरारि पौर्णिमा ह्या दिवशी श्री अनिरुद्धांचा पहाटे ४ वाजुन ३५ मिनिटांनी जन्म झाला.

२९ नोव्हेंबर १९५६ रोजी संध्याकाळी ४ वाजुन ३५ मिनिटांनी अनिरुद्ध हे नाव पणजी द्वारकाबाई पाध्ये (माई), बापूंच्या आजी शकुंतालाबाई पंडित व अरुंधती माता ह्या तीन मातांनी श्री गोपीनाथ शास्त्री पाध्ये (बापूंचे मानवी सद्‌गुरु व पणजोबा) ह्यांच्या दृष्टांतानुसार ठेवले.

हे नामकरण ज्या पाळण्यात झाले तोच हा पाळणा, सर्व भक्तांसाठी प्रचंड आदराचे व परम पावित्र्याचे स्थान.

अनिरुद्ध ह्या नामाच्या पवित्र उच्चरणाची साक्षीदार असलेली ही एकमेव चिरंतन वास्तु.

ह्या पाळण्याची दोरी ह्या तीन मातांनी सर्वप्रथम ओढली तो क्षण अजर व अमर आहे.
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